आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) इस क्रांति का सबसे बड़ा आधार बन चुका है। चाहे बात टेक्नोलॉजी की हो, हेल्थकेयर की, या फिर शिक्षा की, AI हर क्षेत्र में अपनी छाप छोड़ रहा है। भारत सरकार ने इस बदलते दौर को ध्यान में रखते हुए स्कूल स्तर पर ही बच्चों को AI की शिक्षा देने के लिए एक अनूठी पहल शुरू की है, जिसका नाम है स्किलिंग फॉर AI रेडीनेस (UP AI Soar Scheme) 2025। खासकर उत्तर प्रदेश (यूपी) के कक्षा 6 से 12 तक के छात्रों के लिए यह स्कीम एक सुनहरा अवसर लेकर आई है।
इस ब्लॉग पोस्ट में हम आपको SOAR स्कीम के बारे में विस्तार से बताएँगे—यह क्या है, इसके मॉड्यूल्स, रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया, सर्टिफिकेट, और यह कैसे आपके भविष्य को बेहतर बना सकता है। अगर आप एक छात्र, अभिभावक या शिक्षक हैं, तो यह जानकारी आपके लिए बहुत उपयोगी साबित होगी। आइए, शुरू करते हैं!
SOAR स्कीम क्या है और इसका उद्देश्य
स्किलिंग फॉर AI रेडीनेस (SOAR) एक ऐसी पहल है, जिसे भारत सरकार की स्किल डेवलपमेंट मिनिस्ट्री ने शुरू किया है। इसका मुख्य उद्देश्य स्कूल के छात्रों (कक्षा 6 से 12 तक) और शिक्षकों को AI की बुनियादी और उन्नत जानकारी देना है। यह स्कीम न केवल तकनीकी ज्ञान को बढ़ावा देती है, बल्कि डिजिटल खाई (Digital Divide) को कम करने में भी मदद करती है।
SOAR स्कीम के प्रमुख लक्ष्य:
- डिजिटल लिटरेसी को बढ़ावा: ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के सभी बच्चों तक AI की शिक्षा पहुँचाना।
- भविष्य के लिए तैयारी: छात्रों को AI आधारित नौकरियों के लिए तैयार करना।
- शिक्षकों को सशक्त बनाना: शिक्षकों को AI की ट्रेनिंग देकर उन्हें बेहतर शिक्षण के लिए सक्षम करना।
यह स्कीम नई शिक्षा नीति 2020 (NEP 2020) के तहत लागू की गई है, जो यूपी के स्कूलों में पहले से ही डिजिटल लिटरेसी और कोडिंग जैसे विषयों को शामिल कर चुकी है। SOAR स्कीम इसे और आगे ले जाती है, जिसमें 15 घंटे के विशेष मॉड्यूल्स शामिल हैं।
SOAR स्कीम के 15 घंटे के मॉड्यूल्स
SOAR स्कीम के तहत छात्रों के लिए तीन विशेष मॉड्यूल्स डिज़ाइन किए गए हैं, जो 15-15 घंटे के हैं। ये मॉड्यूल्स बच्चों को AI की दुनिया से परिचित कराने के लिए चरणबद्ध तरीके से बनाए गए हैं। ये मॉड्यूल्स न केवल तकनीकी ज्ञान देते हैं, बल्कि AI के नैतिक और व्यावहारिक पहलुओं को भी समझाते हैं। आइए, इन मॉड्यूल्स को विस्तार से जानते हैं:

1. AI टू बी अवेयर (AI to be Aware)
इस मॉड्यूल का उद्देश्य छात्रों को AI की बुनियादी जानकारी देना है। इसमें शामिल प्रमुख विषय हैं:
- AI क्या है और यह कैसे काम करता है?
- रोज़मर्रा की ज़िंदगी में AI का उपयोग (जैसे स्मार्टफोन, वॉइस असिस्टेंट आदि)।
- AI की नैतिकता और साइबर सुरक्षा के बुनियादी सिद्धांत।
यह मॉड्यूल विशेष रूप से कक्षा 6-8 के छात्रों के लिए उपयोगी है, जो AI की दुनिया में पहला कदम रख रहे हैं।
2. AI टू एक्वायर (AI to Acquire)
यह मॉड्यूल थोड़ा उन्नत है और इसमें AI से जुड़े कुछ बेसिक स्किल्स सिखाए जाते हैं। इसमें शामिल हैं:
- जनरेटिव AI टूल्स (जैसे चैटजीपीटी) का परिचय।
- प्रोग्रामिंग की बुनियादी जानकारी, जैसे स्क्रैच और पायथन।
- AI टूल्स का उपयोग करके छोटे-छोटे प्रोजेक्ट्स बनाना।
यह मॉड्यूल छात्रों को प्रैक्टिकल नॉलेज देता है, जिससे वे AI की तकनीकी दुनिया को समझ सकें।
3. AI टू एस्पायर (AI to Aspire)
यह मॉड्यूल छात्रों को AI में करियर की संभावनाओं से परिचित कराता है। इसमें शामिल हैं:
- AI आधारित नौकरियों के अवसर (जैसे डेटा साइंटिस्ट, मशीन लर्निंग इंजीनियर)।
- AI प्रोजेक्ट्स में गहरी रुचि विकसित करना।
- भविष्य में AI टेक्नोलॉजी के रुझान और उनके प्रभाव।
ये मॉड्यूल्स ऑनलाइन उपलब्ध हैं और इन्हें स्किल इंडिया डिजिटल हब के माध्यम से एक्सेस किया जा सकता है।
SOAR स्कीम के साथ AI स्किल्स को और निखारें
- स्किल इंडिया के फ्री AI कोर्स से बनें प्रोफेशनल
- AI स्किल्स सीखने का सबसे आसान तरीका
- छात्रों के लिए टॉप AI टूल्स की खोज करें
शिक्षकों के लिए 45 घंटे का AI फॉर एजुकेटर्स मॉड्यूल
SOAR स्कीम का एक खास हिस्सा शिक्षकों के लिए बनाया गया है, जिसे AI फॉर एजुकेटर्स कहा जाता है। यह 45 घंटे का मॉड्यूल शिक्षकों को AI की गहन जानकारी देता है, ताकि वे छात्रों को बेहतर तरीके से पढ़ा सकें।
इस मॉड्यूल में शामिल प्रमुख बिंदु:
- AI की तकनीकी और नैतिक समझ।
- AI टूल्स का उपयोग करके शिक्षण को रोचक बनाना।
- छात्रों को प्रोजेक्ट-बेस्ड लर्निंग के लिए प्रेरित करना।
इस ट्रेनिंग के बाद शिक्षकों को 1.5 क्रेडिट अंक मिलते हैं, जो उनके प्रोफेशनल डेवलपमेंट में मदद करते हैं। यह मॉड्यूल ऑनलाइन मोड में उपलब्ध है, जिससे शिक्षक अपनी सुविधा के अनुसार इसे पूरा कर सकते हैं।
UP AI Soar Scheme रजिस्ट्रेशन और APAR ID की प्रक्रिया
SOAR स्कीम का लाभ उठाने के लिए छात्रों और शिक्षकों को स्किल इंडिया डिजिटल हब पर रजिस्ट्रेशन करना होगा। इसके लिए निम्नलिखित चरणों का पालन करें:
- स्किल इंडिया डिजिटल हब पर जाएँ: आधिकारिक वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन फॉर्म भरें।

- APAR ID प्रदान करें: APAR ID एक यूनिक पहचान है, जो स्कूली शिक्षा का रिकॉर्ड रखती है। इसे स्कूल या शिक्षा विभाग से प्राप्त किया जा सकता है।
- मॉड्यूल का चयन करें: अपनी कक्षा या रोल (छात्र/शिक्षक) के अनुसार मॉड्यूल चुनें।
- ऑनलाइन ट्रेनिंग शुरू करें: रजिस्ट्रेशन के बाद आप ऑनलाइन मॉड्यूल्स तक पहुँच सकते हैं।
रजिस्ट्रेशन के लिए आधिकारिक लिंक: स्किल इंडिया डिजिटल हब (#) (लिंक अपडेट होने पर जोड़ा जाएगा)।
ऑनलाइन टेस्ट और सर्टिफिकेट
SOAR स्कीम के प्रत्येक मॉड्यूल को पूरा करने के बाद छात्रों को एक ऑनलाइन टेस्ट देना होगा। यह टेस्ट उनकी सीखने की प्रक्रिया का मूल्यांकन करता है। टेस्ट के प्रमुख बिंदु:
- ऑनलाइन मोड: टेस्ट पूरी तरह ऑनलाइन होगा, जिसे घर से दिया जा सकता है।
- सर्टिफिकेट: टेस्ट पास करने पर ऑटोमैटिक सर्टिफिकेट जनरेट होगा, जो स्किल इंडिया डिजिटल हब और अवार्डिंग बॉडी के पास रिकॉर्ड होगा।
- क्रेडिट अंक: प्रत्येक मॉड्यूल पूरा करने पर छात्रों को 0.5 क्रेडिट अंक मिलेंगे, जो उनके अकादमिक रिकॉर्ड में जुड़ेंगे।
ये सर्टिफिकेट और क्रेडिट अंक भविष्य में नौकरी या उच्च शिक्षा के लिए महत्वपूर्ण होंगे।
AI स्किल्स से जॉब के अवसर
आज के समय में AI हर सेक्टर में अपनी जगह बना रहा है। SOAR स्कीम के माध्यम से सीखे गए स्किल्स छात्रों को निम्नलिखित क्षेत्रों में नौकरी के अवसर प्रदान कर सकते हैं:
- डेटा साइंस और एनालिटिक्स: डेटा विश्लेषण और मशीन लर्निंग में करियर।
- सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट: AI आधारित ऐप्स और टूल्स डेवलप करना।
- हेल्थकेयर: AI का उपयोग मेडिकल डायग्नोसिस और ट्रीटमेंट में।
- एजुकेशन: AI टूल्स के साथ शिक्षण को बेहतर बनाना।
उदाहरण के लिए, एक डेटा साइंटिस्ट की औसत सैलरी भारत में 8-12 लाख रुपये प्रति वर्ष हो सकती है, और यह मांग लगातार बढ़ रही है। SOAR स्कीम के सर्टिफिकेट्स और स्किल्स आपके रिज्यूमे को मजबूत करेंगे।
यूपी में नई शिक्षा नीति और AI शिक्षा
यूपी में नई शिक्षा नीति 2020 के तहत कक्षा 6 से 8 तक के पाठ्यक्रम में AI और कोडिंग को शामिल किया गया है। राज्य विज्ञान शिक्षा संस्थान ने विज्ञान की किताबों में डिजिटल लिटरेसी, कम्प्यूटेशनल थिंकिंग, स्क्रैच, और पायथन जैसे विषय जोड़े हैं।
इसके अलावा, शिक्षक शेखर यादव जैसे नवाचारी शिक्षकों ने विज्ञान भारती पुस्तिका तैयार की है, जिसमें AI और कोडिंग से संबंधित प्रैक्टिकल प्रश्न शामिल हैं। यह पुस्तिका शैक्षणिक सत्र 2025-26 से यूपी के सभी परिषदीय स्कूलों में लागू होगी।
कक्षा | विषय | शामिल टॉपिक्स |
कक्षा 6 | विज्ञान | MS पेंट, MS वर्ड, स्क्रैच, पायथन, AI का परिचय |
कक्षा 7 | विज्ञान | इंटरनेट, MS एक्सेल, तार्किक सोच, AI के प्रकार |
कक्षा 8 | विज्ञान | नेटवर्किंग, साइबर सुरक्षा, AI की सीमाएँ और नैतिकता |
यह बदलाव ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों के बच्चों को डिजिटल युग के लिए तैयार करेगा।
AI और सरकारी योजनाओं की और जानकारी
- CSC फ्री AI ट्रेनिंग से बनें फ्यूचर-रेडी
- AI प्रग्या प्रोग्राम 2025: यूपी की नई AI योजना
- AI टूल्स से सरकारी योजनाओं की जानकारी मिनटों में
निष्कर्ष:
UP AI Soar Scheme 2025 छात्रों के लिए एक अनूठा अवसर है, जो उन्हें AI की दुनिया में कदम रखने और भविष्य की नौकरियों के लिए तैयार होने का मौका देता है। चाहे आप कक्षा 6 में हों या 12वीं में, यह स्कीम आपको तकनीकी स्किल्स, सर्टिफिकेट, और क्रेडिट अंक प्रदान करती है, जो आपके करियर को नई ऊँचाइयों तक ले जा सकते हैं।
अगर आप इस स्कीम का लाभ उठाना चाहते हैं, तो तुरंत स्किल इंडिया डिजिटल हब पर रजिस्टर करें और अपनी APAR ID के साथ ट्रेनिंग शुरू करें। यह छोटा सा कदम आपके भविष्य को बड़ा बदलाव दे सकता है।
आपके विचार? क्या आपने SOAR स्कीम के लिए रजिस्ट्रेशन किया है? हमें कमेंट में बताएँ, और इस पोस्ट को अपने दोस्तों और परिवार के साथ शेयर करें ताकि वे भी इस अवसर का लाभ उठा सकें!