पीएम मोदी और क्वालकॉम सीईओ की मुलाकात: AI, सेमीकंडक्टर, और 6G पर भारत की बड़ी योजना

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11 अक्टूबर 2025: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी चिप दिग्गज क्वालकॉम के अध्यक्ष एवं सीईओ क्रिस्टियानो आर. अमोन से यहां मुलाकात की। दोनों नेताओं ने कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI), नवाचार, कौशल विकास और भारत के महत्वाकांक्षी मिशनों पर विस्तृत बातचीत की। पीएम मोदी क्वालकॉम सीईओ की यह बैठक भारत के डिजिटल परिवर्तन को गति देने वाली साझेदारियों को मजबूत करने का संकेत देती है।

यह बैठक प्रधानमंत्री आवास पर हुई, जिसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), नवाचार, और कौशल विकास में भारत की प्रगति को लेकर महत्वपूर्ण चर्चा हुई।

पीएम मोदी ने इस मुलाकात को ‘बेहतरीन’ बताते हुए इंटरनेट मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पहले ट्विटर) पर जानकारी साझा की। उन्होंने कहा कि भारत के सेमीकंडक्टर और एआई मिशनों के प्रति क्वालकॉम की प्रतिबद्धता देखकर उन्हें बहुत खुशी हुई।

मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट साझा करते हुए कहा, “श्री क्रिस्टियानो आर. अमोन के साथ यह एक शानदार बैठक थी। हमने AI, नवाचार और कौशल विकास में भारत की प्रगति पर चर्चा की। क्वालकॉम की भारत के सेमीकंडक्टर एवं AI मिशनों के प्रति प्रतिबद्धता देखकर प्रसन्नता हुई। भारत ऐसी तकनीकों के निर्माण के लिए बेजोड़ प्रतिभा और पैमाने की पेशकश करता है, जो हमारे साझा भविष्य को आकार देंगे।”

अमोन ने भी एक्स पर प्रतिक्रिया देते हुए पीएम मोदी को धन्यवाद दिया। उन्होंने लिखा, “भारत और क्वालकॉम के बीच व्यापक साझेदारी को बढ़ावा देने, IndiaAI तथा India Semiconductor Missions के समर्थन में तथा 6G ट्रांजिशन पर शानदार बातचीत के लिए धन्यवाद। हम AI स्मार्टफोन, पीसी, स्मार्ट ग्लास, ऑटोमोटिव, औद्योगिक क्षेत्रों आदि में भारतीय इकोसिस्टम विकसित करने के अवसरों से उत्साहित हैं।”

क्वालकॉम की भारत के प्रति प्रतिबद्धता

प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा, “भारत ऐसी प्रौद्योगिकियों के निर्माण के लिए बेजोड़ प्रतिभा और व्यापकता प्रदान करता है, जो हमारे सामूहिक भविष्य को आकार देंगी।”

यह बैठक ऐसे समय में हुई है जब भारत सरकार ‘भारत सेमीकंडक्टर मिशन’ (India Semiconductor Mission) के तहत देश में चिप निर्माण और डिज़ाइन पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है। क्वालकॉम चिपसेट और मोबाइल प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में एक वैश्विक दिग्गज है, जिसका यह सहयोग भारत के तकनीकी भविष्य के लिए मील का पत्थर साबित हो सकता है

यह मुलाकात भारत के आत्मनिर्भर भारत अभियान के अनुरूप है, जहां सेमीकंडक्टर क्षेत्र में 76,000 करोड़ रुपये का निवेश प्लान किया गया है। क्वालकॉम, जो पहले से भारत में R&D केंद्र चला रही है, अब AI-संचालित डिवाइसेज और 6G तकनीक पर फोकस बढ़ा रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसी साझेदारियां भारत को वैश्विक AI हब बनाने में मदद करेंगी, जहां 2025 तक 2.5 मिलियन से अधिक AI जॉब्स उत्पन्न होने की उम्मीद है।

पीएम मोदी क्वालकॉम सीईओ की मुलाकात: AI, सेमीकंडक्टर,

एआई और भविष्य की तकनीक में भारत की पहल

एआई, 6G और स्मार्ट पारिस्थितिकी तंत्र पर चर्चा

अमोन ने भारतीय पारिस्थितिकी तंत्र विकसित करने के अवसरों पर अपना उत्साह व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि कंपनी एआई स्मार्टफोन, पर्सनल कंप्यूटर (PC), स्मार्ट ग्लास, वाहन, औद्योगिक और अन्य क्षेत्रों में भारतीय नवाचारों को बढ़ावा देने के लिए तत्पर है।

यह मुलाकात दर्शाती है कि भारत वैश्विक तकनीकी शक्तियों के साथ मिलकर AI, सेमीकंडक्टर और आगामी 6G जैसी अत्याधुनिक तकनीकों में नेतृत्वकारी भूमिका निभाने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है।

क्वालकॉम की AI स्मार्टफोन पहल, जैसे स्नैपड्रैगन चिप्स, भारतीय बाजार के लिए अनुकूलित हो रही हैं। अमोन की टिप्पणी से साफ है कि कंपनी वाहन और औद्योगिक IoT में भी निवेश बढ़ाएगी, जो ‘मेक इन इंडिया’ को बल देगी।

पीएम मोदी की यह पहली नहीं है क्वालकॉम के साथ। 2021 में भी वाशिंगटन में अमोन से मुलाकात हुई थी, जो 5G रोलआउट को गति दे चुकी है। अब 6G पर फोकस से भारत अगली तकनीकी लहर में अग्रणी बन सकता है।

क्या आगे आ सकता है?
विशेषज्ञों का कहना है कि अगला चरण टेक्निकल साझेदारी, स्थानीय आपूर्ति श्रृंखला पर निवेश और कौशल-विकास कार्यक्रमों में कॉरपोरेट-सरकारी सहयोग हो सकता है — जिससे भारतीय स्टार्ट-अप और उत्पादन इकाइयों को फायदा मिलेगा। यह पहल IndiaAI और सेमीकंडक्टर मिशनों के लक्ष्यों के अनुरूप है।

कौशल विकास और AI ट्रेनिंग के अवसर