भारत सरकार ने हाल ही में अनुसंधान, विकास और इनोवेशन (RDI) के लिए ₹1 लाख करोड़ की विशाल योजना की घोषणा की है, जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), क्वांटम टेक्नोलॉजी, और ग्रीन एनर्जी जैसे उभरते क्षेत्रों में क्रांति ला सकती है। यह AI अनुसंधान योजना भारत में स्टार्टअप्स, रिसर्चर्स, और तकनीकी विशेषज्ञों के लिए नए अवसर खोलेगी। क्या आप AI स्टार्टअप शुरू करना चाहते हैं या तकनीकी क्षेत्र में करियर बनाना चाहते हैं? यह 1 लाख करोड़ RDI योजना आपके सपनों को हकीकत में बदल सकती है। आइए जानते हैं कि RDI Scheme 2025 क्या है, यह कैसे काम करेगी, और यह आपके लिए क्यों महत्वपूर्ण है।
RDI योजना क्या है?
RDI (Research, Development, and Innovation) योजना भारत सरकार की एक महत्वाकांक्षी पहल है, जिसके तहत नेशनल रिसर्च फाउंडेशन (ANRF) की देखरेख में ₹1 लाख करोड़ का फंड आवंटित किया गया है। इस योजना का ऐलान 2024 के बजट में किया गया था, और अब 2025 में इसे लागू करने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इसका मुख्य उद्देश्य आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस फंडिंग, क्वांटम टेक्नोलॉजी, और ग्रीन एनर्जी जैसे क्षेत्रों में अनुसंधान को बढ़ावा देना है।
RDI योजना कैसे काम करेगी यह योजना?
- फंडिंग का ढांचा: ANRF एक स्पेशल पर्पज फंड (SPF) बनाएगा, जो इस ₹1 लाख करोड़ के फंड को मैनेज करेगा। यह फंड कम ब्याज या बिना ब्याज के स्टार्टअप्स और निजी क्षेत्र को दिया जाएगा।
- दो स्तर की फंडिंग: पहले स्तर पर ANRF फंड मैनेजर्स को राशि देगा, जो फिर स्टार्टअप्स और रिसर्च प्रोजेक्ट्स को सपोर्ट करेंगे।
- लक्ष्य: भारत को आत्मनिर्भर बनाने और AI, ग्रीन एनर्जी जैसे क्षेत्रों में वैश्विक स्तर पर अग्रणी बनाना।
- Artificial Intelligence Research India एवं ग्रीन एनर्जी जैसे क्षेत्रों में वित्तीय सहायता प्रदान करना।
स्टार्टअप्स और निजी संस्थाओं को कम ब्याज दरों पर अथवा ब्याजमुक्त ऋण उपलब्ध कराना।
यह पहल डीप टेक स्टार्टअप्स को प्रोत्साहित करेगी और उन्हें वैश्विक प्रतिस्पर्धा में मजबूती प्रदान करेगी। इस मॉडल का फायदा यह है कि यह फंडिंग प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करेगा और यह सुनिश्चित करेगा कि पैसा सही हाथों तक पहुंचे, जो वास्तव में AI और अन्य डीप-टेक क्षेत्रों में इनोवेशन कर रहे हैं। विज्ञान व तकनीकी विभाग इस RDI स्कीम के अमल के लिए नोडल एजेंसी के रूप में काम करेगा।
AI में इसका प्रभाव
AI के क्षेत्र में यह योजना स्टार्टअप्स को नए प्रोजेक्ट्स शुरू करने, जैसे स्मार्ट हेल्थकेयर, एजुकेशन टेक्नोलॉजी, और स्मार्ट सिटी सॉल्यूशंस, के लिए वित्तीय सहायता देगी। उदाहरण के लिए, अगर आप एक AI स्टार्टअप चलाते हैं, तो AI स्टार्टअप फंडिंग भारत के तहत कम ब्याज पर लोन ले सकते हैं। इसके अलावा, यह योजना रिसर्चर्स को AI में नई तकनीकों, जैसे मशीन लर्निंग मॉडल्स या डीप लर्निंग, विकसित करने में मदद करेगी।
AI Tools & Editing से जुड़ी जरूरी जानकारी
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क्यों है यह महत्वपूर्ण?
हिन्दुस्तान टाइम्स के मुताबिक पहले, स्टार्टअप्स और रिसर्चर्स की सबसे बड़ी शिकायत थी कि भारत में अनुसंधान के लिए फंडिंग की कमी है। यह 1 लाख करोड़ RDI योजना इस कमी को दूर करेगी और भारत को टेक्नोलॉजी में वैश्विक लीडर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
AI स्टार्टअप्स के लिए अवसर
AI अनुसंधान योजना भारत स्टार्टअप्स के लिए एक सुनहरा मौका है। इस योजना के तहत, स्टार्टअप्स को कम ब्याज पर लोन या बिना ब्याज के फंडिंग मिल सकती है, जिससे वे नए प्रोजेक्ट्स शुरू कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, आप AI-आधारित हेल्थकेयर ऐप बना सकते हैं, जो मरीजों को रियल-टाइम डायग्नोसिस दे, या फिर स्मार्ट एजुकेशन टूल्स डेवलप कर सकते हैं। भारत में पहले से ही कई AI स्टार्टअप्स, जैसे Niramai (हेल्थकेयर) और Haptik (चैटबॉट्स), सफलता हासिल कर चुके हैं, और यह योजना ऐसी और कंपनियों को बढ़ावा देगी।
AI में करियर के अवसर
यह योजना न केवल स्टार्टअप्स बल्कि उन युवाओं के लिए भी फायदेमंद है जो AI में करियर बनाना चाहते हैं। नेशनल रिसर्च फाउंडेशन योजना के तहत रिसर्च प्रोजेक्ट्स में डेटा साइंटिस्ट्स, मशीन लर्निंग इंजीनियर्स, और AI डेवलपर्स की मांग बढ़ेगी। अगर आप AI सीख रहे हैं, तो यह योजना आपके लिए नई नौकरियों और स्किल डेवलपमेंट के अवसर ला सकती है।
ग्रीन एनर्जी और AI का संगम
AI और ग्रीन एनर्जी का कॉम्बिनेशन भी इस योजना का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। उदाहरण के लिए, AI का उपयोग स्मार्ट ग्रिड्स, एनर्जी ऑप्टिमाइज़ेशन, और रिन्यूएबल एनर्जी सॉल्यूशंस में किया जा सकता है। यह स्टार्टअप्स को ग्रीन टेक्नोलॉजी में इनोवेशन करने का मौका देगा, जो भारत के सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल्स को सपोर्ट करेगा।
केस स्टडी: भारत का स्टार्टअप Log 9 Materials बैटरी टेक्नोलॉजी में AI का उपयोग कर रहा है। इस तरह की कंपनियाँ RDI योजना से और अधिक फंडिंग प्राप्त कर सकती हैं।
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RDI Scheme के लाभ (Benefits)
लाभ (Benefit) | विवरण (Details) |
आत्मनिर्भर भारत (Aatmanirbhar Bharat) | घरेलू रिसर्च इंडस्ट्रीज़ को मजबूत आधार मिलेगा। |
रोजगार सृजन (Job Creation) | स्टार्टअप्स एवं रिसर्च प्रोजेक्ट्स में नौकरियों की संभावनाएँ बढ़ेंगी। |
वैश्विक प्रतिस्पर्धा (Global Edge) | भारतीय वैज्ञानिकों व उद्यमियों को अंतरराष्ट्रीय मंच मिलेगा। |
टेक्नोलॉजी इकोसिस्टम में सुधार | AI, ग्रीन एनर्जी व क्वांटम में “DeepTech” कंपनियों का उदय। |
क्षेत्रीय विकास (Regional Development) | Tier‑2/3 शहरों में रिसर्च सेंटर व इनोवेशन हब्स का विकास। |
किन सेक्टर्स को मिलेगा फायदा?
AI Yojana 2025 के तहत सरकार ने खास तौर पर उन सेक्टर्स को प्राथमिकता दी है, जो आने वाले समय में भारत की आर्थिक और तकनीकी मजबूती के लिए जरूरी हैं। इनमें सबसे प्रमुख हैं:
- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI): मशीन लर्निंग, डेटा एनालिटिक्स, ऑटोमेशन, रोबोटिक्स जैसे क्षेत्रों में रिसर्च और इनोवेशन को बढ़ावा मिलेगा। AI का उपयोग हेल्थकेयर, एजुकेशन, एग्रीकल्चर, फाइनेंस, और गवर्नेंस में किया जाएगा, जिससे आम लोगों के जीवन में बड़ा बदलाव आ सकता है।
- क्वांटम टेक्नोलॉजी: क्वांटम कंप्यूटिंग, क्वांटम सिक्योरिटी और क्वांटम कम्युनिकेशन में भारत को अग्रणी बनाने के लिए फंडिंग दी जाएगी। इससे साइबर सिक्योरिटी और सुपरफास्ट कंप्यूटिंग में भारत की स्थिति मजबूत होगी।
- ग्रीन एनर्जी: सोलर, विंड, हाइड्रो, बायो एनर्जी, एनर्जी स्टोरेज और स्मार्ट ग्रिड जैसी तकनीकों में इनोवेशन को बढ़ावा मिलेगा। यह भारत के ऊर्जा क्षेत्र को आत्मनिर्भर और पर्यावरण के अनुकूल बनाने की दिशा में बड़ा कदम है।
- डीप टेक स्टार्टअप्स: एडवांस्ड कंप्यूटिंग, IoT, ब्लॉकचेन, AR/VR, बायोटेक्नोलॉजी जैसे क्षेत्रों में रिसर्च को प्राथमिकता दी जाएगी।

RDI स्कीम के लिए आवेदन कैसे करें?
हालांकि नेशनल रिसर्च फाउंडेशन (ANRF) ने अभी तक आवेदन प्रक्रिया की विस्तृत जानकारी साझा नहीं की है, लेकिन यह योजना जल्द ही लागू होगी। ANRF की गवर्निंग काउंसिल इस स्कीम के दिशानिर्देश तय करेगी। स्टार्टअप्स और रिसर्चर्स को निम्नलिखित कदम उठाने चाहिए:
- आधिकारिक वेबसाइट चेक करें: ANRF या विज्ञान और तकनीकी विभाग (DST) की वेबसाइट पर अपडेट्स देखें।
- योग्यता: स्टार्टअप्स और रिसर्चर्स को अपने प्रोजेक्ट का प्रपोजल तैयार करना होगा, जिसमें AI, क्वांटम टेक्नोलॉजी, या ग्रीन एनर्जी से संबंधित इनोवेशन हो।
- फंड मैनेजर्स से संपर्क: ANRF द्वारा नियुक्त फंड मैनेजर्स से संपर्क करें, जो फंडिंग आवंटन करेंगे।
सुझाव: नियमित रूप से PIB.gov.in या MyGov.in पर अपडेट्स चेक करें। अगर आप एक स्टार्टअप हैं, तो अपने प्रोजेक्ट की डिटेल्स पहले से तैयार रखें ताकि आवेदन प्रक्रिया शुरू होते ही आप तुरंत अप्लाई कर सकें।
निष्कर्ष
1 लाख करोड़ RDI योजना भारत को AI और टेक्नोलॉजी में वैश्विक लीडर बनाने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है। यह योजना स्टार्टअप्स, रिसर्चर्स, और युवाओं के लिए अनगिनत अवसर लाएगी। चाहे आप AI स्टार्टअप शुरू करना चाहते हों या ग्रीन एनर्जी में इनोवेशन करना चाहते हों, यह स्कीम आपके लिए वित्तीय और तकनीकी सहायता देगी। अधिक जानकारी के लिए हमारी वेबसाइट पर AI योजनाओं और टेक्नोलॉजी गाइड्स से संबंधित अन्य पोस्ट्स पढ़ें। अपनी राय कमेंट करें और इस पोस्ट को शेयर करें ताकि और लोग इस योजना का लाभ उठा सकें!