क्या आप उत्तर प्रदेश के पारंपरिक माटी कला कारीगर हैं जो अपनी कला को नई ऊंचाइयों पर ले जाना चाहते हैं? या एक शिक्षित बेरोजगार युवक/युवती हैं जो इस पारंपरिक व्यवसाय में अपना भविष्य देख रहे हैं? तो मुख्यमंत्री माटीकला रोजगार योजना (Mukhyamantri Matikala Rojgar Yojana UP) आपके लिए एक सुनहरा अवसर है! यह उत्तर प्रदेश सरकार की एक महत्वाकांक्षी पहल है जो माटी कला से जुड़े कारीगरों और उद्यमियों को सशक्त बनाने के लिए डिज़ाइन की गई है।
इस विस्तृत पोस्ट में, हम आपको मुख्यमंत्री माटीकला रोजगार योजना 2025 से जुड़ी हर नवीनतम और महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करेंगे, जिसमें ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया, पात्रता मानदंड, आवश्यक दस्तावेज़, योजना के प्रमुख लाभ, और Mukhyamantri Matikala Rojgar Yojana Beneficiary Status ऑनलाइन देखने का तरीका शामिल है। इस ब्लॉग को अंत तक ज़रूर पढ़ें ताकि आप कोई भी ज़रूरी जानकारी मिस न करें और आसानी से योजना का लाभ उठा पाएं।
मुख्यमंत्री माटीकला रोजगार योजना क्या है? (What is Mukhyamantri Matikala Rojgar Yojana?)
मुख्यमंत्री माटीकला रोजगार योजना उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा वर्ष 2017 में Yogi सरकार द्वारा शुरू की गई थी और 2021-22 से इसे व्यापक रूप से लागू किया जा रहा है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य राज्य के पारंपरिक माटी कला कारीगरों (जैसे कुम्हार, कहार और मिट्टी कला से संबंधित व्यवसाय करने वाले) और शिक्षित बेरोजगार युवक-युवतियों को आर्थिक एवं तकनीकी सहायता प्रदान कर आत्मनिर्भर बनाना है।
इस योजना के तहत, माटी कला से जुड़े व्यवसाय शुरू करने या उसे बढ़ाने के लिए ₹10 लाख रुपये तक का बैंक ऋण उपलब्ध कराया जाता है। इस ऋण पर 25% तक का सरकारी अनुदान (सब्सिडी) राज्य सरकार द्वारा दिया जाता है, जबकि लाभार्थी को केवल 5% स्वयं का अंशदान देना होता है, और शेष 95% बैंक ऋण के रूप में मिलता है। साथ ही, कारीगरों को आधुनिक तकनीकों और डिज़ाइन का प्रशिक्षण और इलेक्ट्रिक चाक जैसे आधुनिक उपकरण भी मुफ्त में प्रदान किए जाते हैं।
योजना का उद्देश्य और महत्व:
- माटीकला उद्योग को बढ़ावा देना: पारंपरिक माटीकला को संरक्षित और लोकप्रिय बनाकर इसे एक संगठित उद्योग के रूप में विकसित करना।
- कारीगरों को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाना: वित्तीय सहायता, प्रशिक्षण और विपणन सहायता प्रदान कर उन्हें स्वरोजगार के अवसर देना।
- पारंपरिक कला और संस्कृति का संरक्षण: सदियों पुरानी माटीकला को आधुनिकता के साथ जोड़कर उसकी पहचान बनाए रखना।
- ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर पैदा करना: स्थानीय स्तर पर रोज़गार सृजन कर ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त करना।
- कौशल विकास: माटी कला के कारीगरों को आधुनिक तकनीकों और डिज़ाइन के बारे में प्रशिक्षण देना।
- बाजार उपलब्धता: कुम्हारों के उत्पादों की बिक्री के लिए बेहतर बाज़ार सुविधाएँ प्रदान करना।
यह योजना न केवल कारीगरों को रोज़गार के नए अवसर प्रदान करती है, बल्कि उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाकर समाज में समानता लाने का भी प्रयास करती है।
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मुख्यमंत्री माटीकला रोजगार योजना 2025: एक नज़र में
बिंदु | विवरण |
योजना का नाम | मुख्यमंत्री माटीकला रोजगार योजना यूपी |
किसके द्वारा शुरू की गयी | यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ द्वारा |
Mukhyamantri Matikala Rojgar Yojana Launch Date | 2017 (व्यापक रूप से 2021-22 से लागू) |
लाभार्थी | माटी कला से जुड़े पारंपरिक कारीगर (कुम्हार, कहार) और शिक्षित बेरोजगार युवक-युवतियां |
उद्देश्य | कारीगरों को आत्मनिर्भर बनाना, माटी कला उद्योग को बढ़ावा देना और ग्रामीण रोज़गार सृजन |
आर्थिक सहायता | ₹10 लाख तक का ऋण, जिसमें पूंजीगत ऋण पर 25% अनुदान (सब्सिडी) |
प्रशिक्षण कार्यक्रम | माटी कला संबंधित कौशल विकास और आधुनिक तकनीकों का प्रशिक्षण |
ऋण वापसी अवधि | 5 वर्ष (बैंक द्वारा निर्धारित नियमों के अनुसार) |
उम्र सीमा | 18 से 55 वर्ष |
पंजीकरण प्रक्रिया | ऑनलाइन (upmatikalaboard.in) और ऑफलाइन (जिला ग्रामोद्योग कार्यालय) |
Cm Matikala Rojgar Yojana Online Registration Website | https://upmatikalaboard.in/ |
मुख्य लाभ | ₹10 लाख तक का लोन, ब्याज सब्सिडी, मार्जिन मनी सहायता, प्रशिक्षण, विपणन सहायता, राज्य स्तरीय पुरस्कार |
उत्पाद प्रकार | खिलौने, घरेलू उपयोग के उत्पाद (प्रेशर कुकर, घड़ा, सुराही, जग, कुल्हड़, गिलास, अचारदानी, कटोरी, कप, प्लेट, डोंगे आदि), सजावटी वस्तुएं (गुलदस्ता, गार्डन पॉर्ट्स, बोनसाई पॉर्ट्स, लैम्प इत्यादि) |
मुख्यमंत्री माटीकला रोजगार योजना के लाभ और विशेषताएं (Mukhyamantri Matikala Benefits)
मुख्यमंत्री माटीकला रोजगार योजना कारीगरों को आर्थिक सहायता प्रदान करने के साथ-साथ उनके व्यवसाय को बढ़ावा देने के लिए कई अनूठी सुविधाएँ भी प्रदान करती है:

- ₹10 लाख तक का आसान ऋण: कारीगरों को अपना व्यवसाय शुरू करने या विस्तार करने के लिए बैंकों के माध्यम से ₹10 लाख तक का ऋण दिया जाता है। यह ऋण माटीकला उद्योग से संबंधित व्यावसायिक गतिविधियाँ जैसे खिलौना निर्माण, घरेलू उपयोग के उत्पाद और कलात्मक वस्तुएँ बनाने के लिए होता है।
- 25% सरकारी अनुदान (सब्सिडी): परियोजना लागत में कार्यशील पूंजी को छोड़कर पूंजीगत ऋण पर 25% मार्जिन मनी अनुदान राज्य सरकार द्वारा प्रदान किया जाता है। इससे लाभार्थियों पर ऋण का बोझ कम होता है।
- कम ब्याज दर: ऋण पर ब्याज सब्सिडी का प्रावधान है, जिससे कुम्हारों को बिना ब्याज या बहुत कम ब्याज पर ऋण मिल पाता है।
- मुफ्त प्रशिक्षण और कौशल विकास: माटी कला के कारीगरों को आधुनिक तकनीकों, नए डिज़ाइनों और उन्नत उपकरणों (जैसे इलेक्ट्रिक चाक) का निःशुल्क प्रशिक्षण दिया जाता है। इससे उनकी उत्पादकता और उत्पादों की गुणवत्ता में सुधार होता है।
- आधुनिक उपकरण वितरण: सरकार द्वारा इलेक्ट्रिक चाक जैसे आधुनिक उपकरण भी मुफ्त में दिए जाते हैं, जिससे पारंपरिक कारीगरों को काम करने में आसानी होती है।
- बाजार और विपणन सहायता: माटीकला उत्पादों की बिक्री के लिए बाज़ार की सुविधा प्रदान की जाती है। माटीकला विपणन विकास सहायता एवं प्रचार-प्रसार योजना के तहत प्रदर्शनियों, मेलों, और अन्य प्रचार गतिविधियों के माध्यम से उत्पादों को बढ़ावा दिया जाता है।
- कच्चे माल की उपलब्धता: कारीगरों को सस्ते दर पर कच्चा माल उपलब्ध कराने में भी सहायता की जाती है।
- राज्य स्तरीय पुरस्कार (माटीकला पुरस्कार योजना): उन कारीगरों को प्रोत्साहित करने के लिए पुरस्कार दिए जाते हैं जो माटीकला के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य कर रहे हैं।
- ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त करना: यह योजना ग्रामीण क्षेत्रों में रोज़गार के अवसर पैदा कर स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देती है।
- आत्मनिर्भरता को बढ़ावा: यह योजना कुम्हारों को आत्मनिर्भर बनने में मदद करती है, जिससे उनके जीवन स्तर में सुधार आता है।
- महिला सशक्तिकरण: स्वरोजगार में रुचि रखने वाली महिलाओं को विशेष प्राथमिकता दी जाती है, जिससे महिला कारीगरों को भी लाभ मिल सके।
यह योजना कुम्हारों के जीवन और व्यवसाय को सशक्त बनाने का एक प्रभावी साधन है, जो Mukhyamantri Matikala benefits को सीधे लाभार्थियों तक पहुंचाती है।
मुख्यमंत्री माटीकला रोजगार योजना के लिए कौन पात्र है?
मुख्यमंत्री माटीकला रोजगार योजना का लाभ लेने के लिए आपको निम्नलिखित पात्रता शर्तों को पूरा करना होगा:
- निवास: आवेदक उत्तर प्रदेश का स्थायी निवासी होना चाहिए।
- आयु सीमा: आवेदक की आयु 18 वर्ष से 55 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
- पारंपरिक कारीगर: आवेदक एक परंपरागत माटीकला कारीगर होना चाहिए, या फिर वह पारंपरिक कारीगर परिवार का एक शिक्षित बेरोजगार सदस्य हो।
- शैक्षणिक योग्यता: आवेदक को कम से कम 8वीं पास होना चाहिए।
- 5 लाख रुपये से अधिक ऋण के लिए आवेदन करने पर 8वीं पास होना अनिवार्य है।
- प्रशिक्षण/प्रमाण पत्र: माटीकला से संबंधित किसी विधा में प्रशिक्षित होना चाहिए, या उसके पास पारंपरिक ज्ञान का प्रमाण पत्र होना आवश्यक है।
- रुचि: आवेदक की स्वरोजगार में रुचि होनी चाहिए। महिला आवेदकों को प्राथमिकता दी जाती है।
- बैंक खाता: आवेदक का बैंक खाता आधार कार्ड और मोबाइल नंबर से लिंक होना चाहिए। (NPCI से मैप और DBT लिंक होना अनिवार्य)।
- पारिवारिक सीमा: परिवार (पति-पत्नी) का केवल एक सदस्य ही इस योजना का लाभ ले सकता है।
- पूर्व लाभ: आवेदक ने बीते 2 वर्षों में राज्य सरकार या केंद्र सरकार से इसी तरह की योजना के तहत कोई लाभ प्राप्त न किया हो।
- जाति: इस योजना का लाभ सभी जातियों के कुम्हार और माटी कला से जुड़े कारीगर उठा सकते हैं, जिसमें सामान्य, पिछड़ी और अनुसूचित जाति के लोग शामिल हैं।
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माटीकला रोजगार योजना में पंजीकरण के लिए कौन से दस्तावेज़ चाहिए?
मुख्यमंत्री माटीकला रोजगार योजना में आवेदन करने के लिए आपको निम्नलिखित दस्तावेज़ों की आवश्यकता होगी:
- आधार कार्ड (पहचान और पते के प्रमाण के लिए)
- पैन कार्ड (ऋण के लिए आवश्यक)
- जाति प्रमाण पत्र (यदि लागू हो)
- शैक्षणिक योग्यता के प्रमाण पत्र (न्यूनतम 8वीं पास की मार्कशीट)
- आय प्रमाण पत्र (परिवार की वार्षिक आय ₹2 लाख से कम होनी चाहिए, हालांकि यह जानकारी पिछले पोस्ट से ली गई है, नवीनतम अपडेट के लिए आधिकारिक वेबसाइट देखें)
- निवास प्रमाण पत्र (उत्तर प्रदेश का मूल निवासी प्रमाण पत्र/स्थाई प्रमाण पत्र)
- बैंक खाता विवरण/पासबुक (NPCI से मैप और DBT लिंक होना अनिवार्य)
- मोबाइल नंबर (सक्रिय और OTP के लिए, आधार से लिंक होना चाहिए)
- पासपोर्ट साइज़ फोटो (नवीनतम)
- प्रोजेक्ट रिपोर्ट (आपके प्रस्तावित व्यवसाय से संबंधित)
- परिवार आईडी (यदि उपलब्ध हो)
- राशन कार्ड (यदि उपलब्ध हो)
- अनापत्ति प्रमाण पत्र (NOC) (यदि लागू हो)
- वोटर आईडी कार्ड (पहचान के लिए)
- घोषणा पत्र/शपथ पत्र (योजना के नियमों और शर्तों को स्वीकार करने का प्रमाण)
- पारंपरिक कारीगर प्रमाण पत्र (यदि आप पारंपरिक कारीगर जाति से नहीं हैं, तो ग्राम प्रधान, नगर पंचायत अध्यक्ष, नगर पालिका/नगर निगम द्वारा जारी प्रमाण पत्र कि आप पारंपरिक माटी कला से जुड़े हैं।)
नोट: सभी दस्तावेज़ों की मूल प्रति और फोटोकॉपी आवेदन के समय अपने पास रखें।
Cm Matikala Rojgar Yojana Online Registration माटी कला बोर्ड पंजीकरण प्रक्रिया
मुख्यमंत्री माटीकला रोजगार योजना में ऑनलाइन पंजीकरण (Mukhyamantri Matikala Rojgar Yojana Online Apply) की प्रक्रिया बहुत सरल है। यहां योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन करने के लिए सबसे पहले योजना के होम पेज पर जाएँ, जिसकी पूरी जानकारी चरणबद्ध तरीके से नीचे समझाई गई है:
Cm Matikala Rojgar Yojana Official Website: सबसे पहले, उत्तर प्रदेश माटीकला बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएँ: https://upmatikalaboard.in/

चरण-दर-चरण आवेदन प्रक्रिया:
- आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं:
- अपने वेब ब्राउज़र में https://upmatikalaboard.in/ टाइप करें और एंटर दबाएं।
- योजना का चयन करें:
- वेबसाइट के होमपेज पर सबसे ऊपर दिए गए “योजनाएं” मेनू पर क्लिक करें।
- ड्रॉपडाउन मेनू से “मुख्यमंत्री माटीकला रोजगार योजना” चुनें।

- आवेदन पेज पर जाएं:
- योजना की जानकारी प्रदर्शित होने के बाद, पेज के नीचे “आवेदन करने के लिए यहां क्लिक करें” पर क्लिक करें। इससे एक नई विंडो खुलेगी।

- ऑनलाइन फॉर्म भरें:
- नए पेज पर आपको एक ऑनलाइन आवेदन फॉर्म मिलेगा। इसमें निम्नलिखित विवरण सावधानीपूर्वक भरें:
- सबसे पहले अपना जिला चुनें।
- फिर अपना नाम, आधार नंबर, जेंडर, कैटेगरी (जाति), परिवार आईडी नंबर (यदि है), राशन कार्ड नंबर (यदि है), और पूरा पता भरें।
- गतिविधि का प्रकार: इसमें “मैन्युफैक्चरिंग” या “सर्विस” का चयन करें (जैसे खिलौना निर्माण, घरेलू उत्पाद बनाना)।
- उद्योग का नाम और उत्पाद विवरण: यहां संबंधित जानकारी भरें (जैसे मिट्टी के बर्तन, मूर्तियाँ आदि)।
- बैंक ऋण: अपेक्षित बैंक ऋण का विवरण दर्ज करें।
- चयन का मूल्यांकन: दिए गए स्कोर कार्ड की जानकारी भरें और “नेक्स्ट” पर क्लिक करें।
- नए पेज पर आपको एक ऑनलाइन आवेदन फॉर्म मिलेगा। इसमें निम्नलिखित विवरण सावधानीपूर्वक भरें:

- माटी कला आवेदन सबमिट करें:
- फॉर्म में भरी गई सभी जानकारी की सावधानीपूर्वक समीक्षा करें। सुनिश्चित करें कि कोई गलती न हो।
- सभी जानकारी सही होने पर, अंत में “सबमिट” बटन पर क्लिक करें।
- प्रिंट आउट लें और जमा करें:
- आवेदन सफलतापूर्वक सबमिट करने के बाद, आपको आवेदन पत्र का प्रिंट आउट निकालने का विकल्प मिलेगा।
- इस प्रिंट आउट को सभी आवश्यक दस्तावेजों (जो ऊपर सूचीबद्ध हैं) की फोटोकॉपी के साथ जिला ग्रामोद्योग कार्यालय में जाकर जमा करें।
- आवेदन की स्वीकृति प्रक्रिया:
- आपका आवेदन जिला स्तर पर तैनात जिला ग्रामोद्योग अधिकारी और मंडल स्तर पर तैनात परिक्षेत्रीय ग्रामोद्योग अधिकारी के माध्यम से स्वीकृत या अस्वीकृत किया जाएगा।
महत्वपूर्ण नोट: बस्ती और फर्रुखाबाद-कन्नौज जैसे जिलों में 31 मई 2025 तक आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि बताई गई है। यह तिथि जिलों के अनुसार भिन्न हो सकती है, इसलिए अपने जिले के लिए नवीनतम अंतिम तिथि जानने के लिए स्थानीय जिला ग्रामोद्योग कार्यालय से संपर्क करें या आधिकारिक वेबसाइट देखें।
Mukhyamantri Matikala Rojgar Yojana Beneficiary Status देखें
जो लोग इस योजना के अंतर्गत पंजीकृत हैं, वे अपने लाभार्थी स्टेटस (Mukhyamantri Matikala Rojgar Yojana Beneficiary Status) को भी ऑनलाइन जांच सकते हैं। इससे आपको पता चलेगा कि आपका आवेदन किस प्रक्रिया में है। मुख्यमंत्री माटीकला रोजगार योजना के आवेदन की स्थिति चेक करने के लिए आपको Cm Matikala Rojgar Yojana Login करना होगा। लॉग इन कैसे करना है, इसके लिए नीचे दिए गए चरणों का पालन करें:
- सबसे पहले माटीकला बोर्ड की वेबसाइट पर जाएं।
- होमपेज पर ऊपर दिए गए “Login” बटन पर क्लिक करें।
- यहां विभिन्न प्रकार के लॉगिन विकल्प दिखेंगे, जैसे Officer Login, Training Center Login, आदि। आपको “Registered Applicant Login” पर क्लिक करना है।

- एक नया पेज खुलेगा, जिसमें आपको Scheme Name में “मुख्यमंत्री माटीकला रोजगार योजना” का चयन करना है।
- इसके बाद, पंजीकरण के समय जो यूजर नेम और पासवर्ड आपने बनाया था, उसे दर्ज करें।
- सभी जानकारी सही भरने के बाद “Login” पर क्लिक करें।
इस प्रक्रिया के माध्यम से आप सरलता से अपने आवेदन की स्थिति जांच सकते हैं।
मुख्यमंत्री माटीकला रोजगार योजना कार्ड/प्रमाण पत्र डाउनलोड कैसे करें
यदि आपका मुख्यमंत्री माटीकला रोजगार योजना के तहत आवेदन स्वीकृत हो जाता है, तो आप अपना कार्ड और प्रमाण पत्र योजना के आधिकारिक पोर्टल से आसानी से डाउनलोड कर सकते हैं।
Mukhyamantri Matikala Rojgar Yojana Card/Certificate Download:
- पोर्टल पर सफलतापूर्वक लॉगिन करने के बाद, आपको Mukhyamantri Matikala Rojgar Yojana Card Download और Mukhyamantri Matikala Rojgar Yojana Certificate Download के विकल्प दिखाई देंगे। अपने पंजीकरण के दौरान दी गई जानकारी का उपयोग करके आप अपना कार्ड और प्रमाण पत्र डाउनलोड कर सकते हैं।
- ई-केवाईसी प्रक्रिया (Mukhyamantri Matikala Rojgar Yojana Ekyc):
- मुख्यमंत्री माटीकला रोजगार योजना में आवेदन करने के लिए ई-केवाईसी (e-KYC) प्रक्रिया को पूरा करना अनिवार्य है। यह सुनिश्चित करता है कि आवेदनकर्ता की जानकारी सत्यापित और सही है। ई-केवाईसी के बिना आपका आवेदन मान्य नहीं होगा, इसलिए आवेदन करते समय इसे पूरा करना न भूलें। पोर्टल पर ई-केवाईसी प्रक्रिया के तहत आपको अपनी पहचान और पते के दस्तावेज़ जमा करने होंगे।
- भुगतान की स्थिति कैसे जांचें? (Mukhyamantri Matikala Rojgar Yojana Payment Status):
- यदि आपको इस योजना के तहत किसी प्रकार की वित्तीय सहायता स्वीकृत की गई है, तो आप योजना के पोर्टल पर जाकर Mukhyamantri Matikala Rojgar Yojana Payment Status भी जांच सकते हैं। इसके लिए आपको अपने लॉगिन विवरण के माध्यम से पोर्टल में प्रवेश करना होगा और “Payment Status” विकल्प पर क्लिक करके अपनी भुगतान की स्थिति का पता लगा सकते हैं।
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माटी कला बोर्ड उत्तर प्रदेश: योजना का प्रबंधन और अन्य महत्वपूर्ण योजनाएँ
उत्तर प्रदेश माटीकला बोर्ड राज्य में माटीकला कारीगरों के विकास और उन्हें सशक्त बनाने के लिए विभिन्न योजनाओं का सफलतापूर्वक प्रबंधन करता है। इस बोर्ड की स्थापना 2018 की अधिसूचना के तहत एक स्वतंत्र निकाय के रूप में की गई थी, जिसका मुख्यालय लखनऊ में है। इसका मुख्य उद्देश्य पारंपरिक माटी कला को बढ़ावा देना, कारीगरों की सामाजिक सुरक्षा और आर्थिक शक्ति में सुधार करना, और बेहतर विपणन अवसर प्रदान करना है।
बोर्ड द्वारा प्रबंधित प्रमुख योजनाएँ:
- माटीकला टूल-किट्स वितरण योजना: इस योजना का उद्देश्य माटीकला से जुड़े कारीगरों को आवश्यक टूल-किट्स उपलब्ध कराना है, ताकि वे अपनी उत्पादन क्षमता बढ़ा सकें। इसके तहत 15,832 इलेक्ट्रिक-पावर्ड व्हील्स और 81 दीया बनाने वाली मशीनें वितरित की गई हैं।
- मुख्यमंत्री माटीकला रोजगार योजना: यह योजना माटीकला से जुड़े कामगारों और हस्तशिल्पियों को रोज़गार के अवसर प्रदान करने और ₹10 लाख तक का लोन उपलब्ध कराने के लिए है।
- माटीकला कौशल विकास योजना: इस योजना के अंतर्गत 19,650 लाभार्थियों को प्रशिक्षण दिया गया है, जिससे उनकी उत्पादकता और गुणवत्ता में सुधार हुआ है।
- माइक्रो माटीकला कॉमन फैसिलिटी सेन्टर (CFC) योजना: इस योजना के तहत 122 सहकारी समितियां स्थापित की गई हैं, जहाँ कारीगर आधुनिक उपकरणों और सुविधाओं का उपयोग करके अपने उत्पाद बना सकते हैं।
- माटीकला विपणन विकास सहायता एवं प्रचार-प्रसार योजना: माटीकला उत्पादों के विपणन और बिक्री को बढ़ावा देने के लिए सहायता प्रदान की जाती है।
- माटीकला पुरस्कार योजना: यह योजना उन कारीगरों को प्रोत्साहित करने के लिए है जो माटीकला के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य कर रहे हैं। राज्य स्तरीय माटीकला और ग्रामोद्योग पुरस्कार समारोह में आनंद कुमार प्रजापति (आजमगढ़) को माटीकला में प्रथम पुरस्कार (₹40,000) मिला।
मुख्य उपलब्धि: MSME, खादी और ग्रामोद्योग मंत्री के अनुसार, माटीकला बोर्ड ने कुल 30,888 लोगों को रोज़गार दिया है और 48,048 कारीगर परिवारों की पहचान की है। इनमें से 32,593 को मिट्टी-खुदाई पट्टे भी मिले हैं।
मुख्यमंत्री माटीकला रोजगार योजना के प्रश्न उत्तर (FAQs)
1. मुख्यमंत्री माटीकला रोजगार योजना कब शुरू हुई?
यह योजना mukhyamantri matikala rojgar yojana launch date के अनुसार, 2017 में योगी सरकार द्वारा शुरू की गई थी और 2021-22 से इसे व्यापक रूप से लागू किया जा रहा है।
2. क्या सभी जातियों के लोग इस योजना का लाभ उठा सकते हैं?
हाँ, इस योजना का लाभ सभी जातियों के कुम्हार और माटी कला से जुड़े कारीगर उठा सकते हैं।
3. माटी कला बोर्ड यूपी पंजीकरण की अंतिम तिथि क्या है?
पंजीकरण की अंतिम तिथि जिलों के अनुसार भिन्न होती है। उदाहरण के लिए, सिद्धार्थनगर में 30 मई 2025 अंतिम तिथि है। इसे जानने के लिए आप योजना के आधिकारिक पोर्टल upmatikalaboard.in पर जा सकते हैं या अपने जिला ग्रामोद्योग कार्यालय से संपर्क कर सकते हैं।
4. क्या इस योजना में इलेक्ट्रिक चाक मुफ्त मिलता है?
हाँ, इस योजना के तहत सरकार लाभार्थियों को इलेक्ट्रिक चाक जैसे आधुनिक उपकरण मुफ्त में प्रदान कर रही है।
निष्कर्ष
मुख्यमंत्री माटीकला रोजगार योजना उत्तर प्रदेश सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है, जिसका उद्देश्य कुम्हार समुदाय के पारंपरिक व्यवसाय को प्रोत्साहन देना और उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है। यह योजना न केवल वित्तीय सहायता और आधुनिक उपकरण प्रदान करती है, बल्कि कौशल विकास और विपणन सहायता के माध्यम से कारीगरों को आत्मनिर्भर बनने का अवसर भी देती है।
CM Matikala Rojgar Yojana Registration Online प्रक्रिया को पूरा करके और अपने आवेदन की स्थिति (Mukhyamantri Matikala Rojgar Yojana Beneficiary Status) को ऑनलाइन ट्रैक करके, आप इस योजना का पूरा लाभ उठा सकते हैं। यह योजना पारंपरिक कला को संरक्षित करते हुए ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।