भारत का अपना AI Truecaller लॉन्च: अनजान कॉल्स खुद उठाता, स्पैम से मिलेगी मुक्ति

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भारत में रोजाना लाखों लोग स्पैम कॉल्स और अनजान नंबरों से जूझते हैं। इस समस्या का हल ला रही है हैदराबाद की स्टार्टअप Equal AI। कंपनी ने गुरुवार को अपना क्रांतिकारी AI कॉल असिस्टेंट लॉन्च कर दिया, जो भारत का पहला ऐसा टूल है। यह ऐप अनचाहे कॉल्स को ऑटोमैटिक हैंडल करेगा, यूजर्स को समय और शांति देगा।

शुरुआत दिल्ली-एनसीआर से हो रही है। पहले 10,000 एंड्रॉइड यूजर्स को फ्री एक्सेस मिलेगा, जो गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड कर सकेंगे। जल्द ही मुंबई, बेंगलुरु और हैदराबाद में विस्तार होगा, साथ ही iOS सपोर्ट भी आएगा। फाउंडर-सीईओ केशव रेड्डी ने कहा, “हमने भारत के लिए बनाया है। ग्लोबल ऐप्स भारतीय नामों, भाषा और संदर्भों को नहीं समझते, लेकिन Equal AI हिंदी, इंग्लिश और हिंग्लिश में सहज बात करेगा।”

कैसे काम करता है यह AI असिस्टेंट?

जब कोई अनजान नंबर कॉल करे, तो ऐप खुद उठाएगा। यह कॉलर से बात कर मकसद समझेगा—चाहे डिलीवरी हो, टेलीमार्केटिंग या स्कैम। फिर यूजर को नोटिफिकेशन भेजेगा: “लाइव कॉल चल रही है, डिलीवरी पार्टनर गेट पर है।” आप मैसेज टाइप कर निर्देश दे सकते हैं, जैसे “गेट पर छोड़ दें”, और AI वॉइस में बता देगा। जरूरी लगे तो खुद कॉल ले लें। मिस हो गई तो समरी या रिकॉर्डिंग मिलेगी।

यह Truecaller जैसे स्पैम ब्लॉकर ऐप्स से अलग है, जो सिर्फ आईडी दिखाते हैं। Equal AI कॉन्वर्सेशनल AI पर आधारित है, जो 15 मिनी एजेंट्स से कॉल का विश्लेषण करता है। टेस्टिंग में इसने 94% स्पैम कॉल्स सही पकड़े, अनचाहे कॉल्स 87% कम किए और डिलीवरी टाइम 73% घटाया। सेव्ड कॉन्टैक्ट्स को छूता नहीं, ताकि महत्वपूर्ण कॉल मिस न हो।

जब भी किसी Unknown नंबर से कॉल आएगा, तो Equal AI का असिस्टेंट खुद कॉल उठाएगा।

  • मकसद की पहचान: यह कॉलर से बात करके कॉल का मकसद समझेगा।
  • स्क्रीनिंग: यह तय करेगा कि कॉल ज़रूरी है या नहीं।
  • कार्रवाई: इसके बाद या तो यह कॉल को आप तक कनेक्ट करेगा, या कॉलर का मैसेज लेगा, या कॉल को फ़िल्टर कर देगा।
  • भाषा: यह हिंदी, इंग्लिश और हिंग्लिश (Hinglish) में भी बातचीत कर सकता है, जो इसे बाकि वैश्विक ऐप्स से अलग बनाता है।

यूज़र चाहें तो कॉल के दौरान AI को निर्देश भी टाइप करके दे सकते हैं, जिसे AI तुरंत वॉयस कमांड में कॉलर को बता देगा।

स्पैम कॉल्स का बढ़ता संकट

भारत में 60% से ज्यादा लोग रोज तीन या अधिक स्पैम कॉल्स झेलते हैं। 2024 की पहली छमाही में TRAI को 7.9 लाख शिकायतें मिलीं। DND रजिस्ट्री और कॉलर आईडी ऐप्स के बावजूद स्कैम्स जैसे डिजिटल अरेस्ट बढ़ रहे हैं, खासकर बुजुर्गों को निशाना बनाते। Equal AI प्रोएक्टिव मैनेजमेंट देता है, जो यूजर्स को फोकस करने की आजादी देगा।

रेड्डी ने बताया, “CNAP (कॉलिंग नेम प्रेजेंटेशन) ‘कौन’ बताएगा, हम ‘क्यों’ सुलझाएंगे।” कंपनी का लक्ष्य मार्च 2026 तक 10 लाख डेली एक्टिव यूजर्स। फ्रीमियम मॉडल होगा—बेसिक स्क्रीनिंग फ्री, एडवांस फीचर्स सब्सक्रिप्शन पर।

कंपनी का विजन और बैकिंग

2022 में केशव रेड्डी और राजीव रंजन द्वारा शुरू Equal अब डेटा शेयरिंग प्लेटफॉर्म है, जो 9.5 करोड़ यूजर्स और 350 क्लाइंट्स को सर्विस देता है। निवेशक में Prosus, Blume, बिनी बंसल और निकhil कामथ जैसे नाम हैं। भविष्य में यह शॉपिंग, फाइनेंस और रूटीन टास्क्स हैंडल करने वाला पर्सनल असिस्टेंट बनेगा।

AI कॉल स्क्रीनर की रेस में Hiya और Phone AI जैसे ग्लोबल प्लेयर्स हैं, लेकिन Equal AI भारत-फर्स्ट है। विशेषज्ञों का मानना है, स्मार्टफोन यूजर्स के 1 अरब बाजार में यह वायरल हो सकता है। स्पैम कॉल ब्लॉकर ऐप्स की डिमांड बढ़ रही है, और यह नया AI सॉल्यूशन राहत की सांस लाएगा।